Philosophy
दर्शनशास्त्र
मुखयतः दर्शनशास्त्र(Philosophy) दो शब्दों से मिलकर बना है :
1. Philos/ प्रेम
2. Sophia/ज्ञान
अर्थात ज्ञान के प्रति प्रेम ही दर्शनशास्त्र है।
दर्शन =देखना
⤷कैसे देखना? = 1. इन्द्रियों से 2. अन्तरात्मा से
⤷किसको देखना? = 1. भौतिक जगत को 2. परम तत्व को
⤷क्यों देखना? = 1. भोगार्थ 2. मोक्षार्थ
अर्थात मोक्ष प्राप्ति हेतु परम तत्व का आत्म साक्षात्कार करना ही दर्शन है।
परंपरागत रूप से
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दर्शनशास्त्र
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जीवन और जगत →↱ प्रारंभ / मूल तत्व
↳संख्या ↱ एकतत्ववाद
→द्वैतवाद
↳ बहुतत्ववाद
↳ स्वरुप ↱ भौतिक (अचेतन / निर्जीव )→ भौतिकतावाद
↳चेतन → आध्यात्मवाद
↳लक्ष्य / अंत
↳ स्वर्ग →↱ वेदो में
↳धर्मो में
↳मोक्ष → भारतीय दर्शन में
↳ मानव कल्याण → समकालीन भारतीय दार्शनिक
↳प्रयास
↳तार्किक
↳बौध्दिक
↳सर्वांगीण
↳व्यापक
↳तटस्थ
↳निष्पक्ष
↳समीक्षात्मक
↳मूल्यात्मक
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